Mid day meal yojana:- नमस्कार दोस्तों कैसे हो आप सभी उम्मीद करता हूं कि आप सभी बढ़िया होंगे आज का आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि दोस्तों आज के आर्टिकल के अंदर हम बात करने वाले हैं Mid day meal yojana kab shuru hui और Mid day meal Yojana 2022 Kya hai ।
दोस्तों आपको मिड डे मील योजना के ऊपर पूरा निबंध और पूरा लेख पढ़ने को मिलेगा मिड डे मील योजना से संबंधित परीक्षा में पूछे जाते हैं तो आज इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको मिड डे मील योजना के अंतर्गत संबंधी बातें नहीं रहेगी आपको Mid day meal yojana के बारे में संपूर्ण जानकारी दी जाएगी आर्टिकल को स्टार्ट कर लेते हैं।
Mid day meal Yojana 2022 Kya hai
हम मिड डे मील योजना कब स्टार्ट हुई इससे पहले यह जान लेते है की आखिर यह Mid day meal yojana होती क्या है और इसका उद्देश्य क्या होता है दोस्तों भारत सरकार के द्वारा बच्चों के हित में एक ऐसी योजना चलाई गई जो सबसे पुरानी योजना है।
दोस्तों यह योजना कक्षा 1 के छात्रों से लेकर कक्षा 8 के छात्रों के ऊपर लागू होती है अर्थात क्लास 1 से लेकर क्लास आठवीं तक के बच्चे इस योजना का लाभ ले पाएंगे। इस योजना के तहत बच्चों को स्कूल टाइम पर दोपहर के अंदर खाना मिलता है और पौष्टिक फल मिलते हैं ताकि बच्चों का पोषण भरपूर बना रहे। इसी योजना को मिड डे मील योजना कहा जाता है इस योजना में सारा खर्चा सरकार का होता है।
दोस्तों उच्च प्राथमिक कक्षा के बच्चों को 150 ग्राम प्रतिदिन अर्थात 700 कैलोरी उर्जा का खाना भारतीय खाद्य निगम के निकटतम गोदाम से निशुल्क खाद्यान्न गेहूं और चावल की आपूर्ति की जाती है।
5000 प्रति विद्यालय की औसत लागत के आधार पर किचन का सामान गैस चुला कंटेनर बर्तन आदि प्राप्त करने के लिए सरकार के द्वारा सहायता दी जाती है। राजस्थान के अंदर 64493 विद्यालयों में 62.65 लाख विद्यार्थी इस योजना का लाभ ले रहे हैं
राजस्थान सरकार द्वारा नवाचार उत्सव भोज
यदि कोई रईस व्यक्ति जन्म दिवस सालगिरह आदि पर भोजन मिठाईयां कच्चा माल या उपकरण बर्तन आदि विद्यालय में वेट करना चाहे तो वह कर सकता है और इस भेंट करने की योजना को राजस्थान सरकार द्वारा नवाचार उत्सव भोज योजना नाम दिया गया।
MID DAY MEAL | INDIAN SCHEME |
START DATE | 15 agust 1995 |
PORTAL | CLICK HERE |
OUR SITE | ALLJOBYOJANA.COM |
Mid day meal Yojana के उद्दस्य क्या है
दोस्तों हम जान लेते हैं कि Mid day meal yojana के उद्देश्य क्या क्या है वैसे तो छात्र पोषाहार योजना के कई सारे उद्देश्य हैं लेकिन जो प्रमुख उद्देश्य है वह यहां पर विस्तार रूप से बताए गए हैं।
सरकारी स्थानीय निकाय सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल शिक्षा गारंटी योजना और वैकल्पिक प्रयोगात्मक शिक्षा केंद्रों तथा सर्व शिक्षा अभियान के तहत सहायता प्राप्त मदरसों के कक्षा 1 से 8 के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार करना।
दोस्तों कुछ बच्चे छोटे पढ़ाई नहीं करते हैं उनको स्कूल में जाना अच्छा नहीं लगता है सरकार चाहती है कि सभी बच्चे स्कूल में आए तो उन्हें Mid day meal yojana का लाभ देकर बच्चों को स्कूल में बुलाया जाता है ताकि स्कूल में नामकरण की संख्या बढ़ सकती।
दोस्तों यदि बच्चे स्कूल में आएंगे और शिक्षा प्राप्त करेंगे तो शिक्षा का स्तर भी ऊंचा उठेगा और मध्याह्न
Mid day meal yojana kab prarambh Hui
भारत सरकार ने बच्चों के हित को ध्यान में रखते हुए बच्चों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए 15 अगस्त 1995 में एक योजना लागू की गई जिस योजना का नाम Mid day meal yojana रखा गया इस योजना के तहत कक्षा 1 से लेकर आठवीं तक के बच्चों को एक पोस्टिक आहार स्कूल समय में दोपहर के समय मिलेगा जिससे बच्चों का स्वास्थ्य सुधरेगा और बच्चों की स्कूल आने जाने में रुचि बढ़ेगी।
मध्याह्न पोषाहार योजना के अंदर सन 2004 के अंदर एक सुधार आया जिसके अंदर बताया गया कि बच्चों को अब पका हुआ खाना मिड डे मील योजना के तहत मिलेगा।
2016 में फिर से इसके अंदर सुधार किया गया और बच्चों को पोस्टिक भैंस का कच्चा दूध पिलाने की बात की गई दोस्तों इस योजना के तहत बच्चों को सुबह स्कूल समय पर पोस्टिक दूध पिलाने का दायित्व सरकार ने जारी किया।
और इसी योजना के तहत सप्ताह में 1 दिन बच्चों को फल देने का निर्णय किया गया।
मिड डे मील की विशेषताएं | मिड डे मील योजना का महत्व
यदि दोस्तों हम मिड डे मील योजना की विशेषता और महत्व की बात करें तो इसकी कई सारी विशेषताएं और महत्व है। जिनका नीचे विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है।
- Mid day meal yojana के तहत प्रति बच्चे को 150 ग्राम भोजन मिलेगा जिसकी कैलोरी में बात की जाए तो 700 किलो री उसका मापन है
- मिड डे मील योजना के तहत बच्चे को स्कूल के प्रति लग्न बढ़ेगी
- बच्चे को एक पौष्टिक भोजन मिलेगा
- बच्चे को ताजा फल मिलेंगे
- बच्चे को ताजा दूध दिया जाएगा
- बच्चा अपने आप स्कूल में जाना पसंद करेगा।
- गरीब बच्चा पढ़ाई के प्रति अपनी रुचि दिखाएगा।
- जो बच्चे समय पर खाना नहीं खा सकती वह विद्यालय क्या जाएंगे लेकिन इस योजना को लागू होने के बाद वह भी विद्यालय जा सकेंगे।
मिड डे मील योजना के बारे में विद्यार्थियों की राय
दोस्तो ज्यादातर इंटरव्यू की जो मुख्य परीक्षाएं होती है उनके अंदर यही क्वेश्चन पूछा जाता है कि मध्याह्न पोषाहार योजना के बारे में विद्यार्थियों की क्या राय है। जिस के संदर्भ में आपको उत्तर देना है कि
विद्यार्थी मिड डे मील योजना के तहत विद्यालय में जाना पसंद कर रहे हैं और पढ़ने में भी अपनी भागीदारी निभाकर रुचि दिखा रहे हैं मध्याह्न पोषाहार योजना सरकार की तरफ से उठाया गया एक सुधार कदम है।
मिड डे मील की ताजा खबर 2022
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
मिड डे मील योजना राजस्थान में कब शुरू की गई।
राजस्थान के अंदर मिड डे मील योजना की शुरुआत 15 अगस्त 1995 में की गई।
उत्तर प्रदेश में मिड डे मील योजना कब शुरू हुई
उत्तर प्रदेश के अंदर भी मिड डे मील योजना की शुरुआत 15 अगस्त 1995 में की गई।
Mid de mil Yojana kab lagu ki gai.
दोस्तों मिड डे मील योजना पूरे भारत के अंतर है 15 अगस्त 1995 में लागू की गई जिसके अंतर्गत कक्षा 1 से 8 तक के सभी विद्यार्थियों को एक पोस्टिक आहार मिलेगा।
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Conclusion :- Mid day meal yojana kab shuru hui
दोस्तों मैं उम्मीद करता हूं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा क्योंकि दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने Mid day meal yojana के बारे में विस्तार पूर्वक वर्णन किया है कोई भी बात ऐसी नहीं रही कि जो मध्याह्न पोषाहार योजना से छूट गई हो ।
दोस्तों आप इस आर्टिकल को एक बार ध्यान पूर्वक पढ़ लेंगे तो आपको Mid day meal yojana के बारे में ज्यादा जानने की आवश्यकता नहीं रहेगी यदि दोस्तों आप ऐसी ही योजनाओं के बारे में ज्यादा जानना चाहते हैं तो।
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